अन्धेरा छूकर देखना रौशनी रास्ता देगी।                                       कभी आशा न छोड़ना बकाया आस्था देगी।

प्यार एक तरफ़ा भी होता है 
तुझे मालूम है क्या ?
किसी को साथ लेकर मरना 
प्यार में क्या ज़रूरी होता है।

मैं फिर पूछता हूँ 
ये अधूरा  होता है क्या ?
किसी पे मर जाना भी 
क्या कहते हैं पूरा होता है।

मैं खिजा़ं में जाता हूं ये देखने,
कि चमन में क्या!  सूना होता है।

क्या मजाल पत्ते मना कर दें शजर से टूटने के लिए,
कौन कहता है कोठे पर धन्धा होता है।
मेरे हिस्से का बिछड़ना
बेवफा के मुक्कदर में रकीब होता है क्या।
जिस कहानी का एक सिरा मार्मिक है 
तो दूसरा छोर रोमान्टिक होता है क्या? 

दो जमा दो हिसाब से तो पांच नही होता,
और प्यार में ये क्यों ऐसा हरबार बराबर होता है।

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