हंसने से मन हल्का होता है,
वो पागल होता है जो हल्का होता है।
हंसने से मन हल्का होता है,
वो पागल होता है जो हल्का होता है।
शादी एक दुआ है
मै उसके लिए चौसर हूं, और
वो हमारे लिए एक जुआ है।
जैसे बैलौं की जोड़ी को जो बांधे
वो ही एक जुआ* है।
*बैलगाड़ी, हल आदि के आगे की लकड़ी जो पशुओं के कंधे पर रखी जाती है। ताकि एक बन्धन में बन्धे रहे।उसे जुआ कहते हैं।
मैंने मिटा दी पछतावे की सारी लकीरें,
हाथ मलने से मलाल अच्छा है।
उसने भीड़ में पहचान लिया मुझको और रस्ता बदल लिया,
जानता तो है ये क्या कम है कि रस्ता दिखाने वालों में शामिल कर लिया।
चलो शुक्र है मार्गदर्शन मंडल पर ही सही हमने उसे रस्ते पर डाल तो दिया……
जब किसी ने कसम खाई मेरी वो तपाक से बीच में आ गया,
बोला ये मलकियत है मेरी भले ही छोड़ी हुई है
चलो शुक्र है अख्तियार ऐसा ही सही पहचान तो लिया।
वो जब पहली बार मिला था तपाक से मिला था
वो चलन अब तक जारी है,
ये चमन मेरा ही आशियाना है लौटकर टूटकर गिरा तो बिजली सा गिरा था।
चलो शुक्र है कौंधा ही सही पहचान तो लिया।
मैं पागल हूं मुझे छूना तो आसान है,
पर ध्यान से, मेरे पागलपन से परे रहियो।
अभी पत्थर मार कर आ रहा हूं उस पानी में,
जब वो मेरे साये को पढ़ते हुए बोला ठाड़े रहियो।
मुझे बाकायदा बुलाया गया है लबों से कत्ल के लिए,
कि सरौता लाओ पान ने सुपारी दी है।
सुबह घर से निकलता हूं शाम तलक वैसा नहीं रहता,
तू मुझसे वजह न पूछता गर कश्मीर में रहता।
बहुत सुना सबको फिर गालिब पर लौट आया,
दो टुक सिरहाने ज़ोर से रोता तो कुछ मीर भी कहता।
हिन्दू पैदा होता है
हिन्दू बनाया नहीं जाता।
आजकल कुछ लोग
हिन्दू को बना रहे हैं।।
While Finding ” *crush ” in Google search
*5. गणनीय संज्ञा means
“If you have a crush on someone, you feel you are in love with them but you do not have a relationship with them.”
बहुत से अर्थ थे crush के डिक्शनरी/गूगल में
ये coincidence ही था कि पांचवी मौहब्बत में
Crush उसी मायने के मुताबिक निकला।
बहुत तोड़ा है ज़िन्दगी बहुत टुटा है दिल,
जो चीरा तो देखा, बिना चाबी का खिलौना निकला।
वो जो आइने में था वो मैं नहीं था
देखकर कुटिल हंसी हंसा, क्या पता मैं उसपर या आईना मुझपर हंसा था।
मेरी बायोपिक बनी तो जाना मुझसे बेहतर तो मेरा किरदार निभाने वाला था।